अपनी पूरी ज़िंदगी में कार ख़रीदना सभी का सपना होता है लेकिन सभी की ऐसी स्थिति नहीं होती कि वह नई कार ख़रीद सके, इसलिए इंसान सेकंड हैंड कार ख़रीदने की सोचता है लेकिन हमारे मन में बहुत सा डर होता है कि कहीं कार में कोई दिक्कत ना हो या कार ओवरप्राइज है, लोगों की इसी समस्या का समाधान करने के लिए एक बेरोजगार लड़के निरज सिंह ने Spinny नाम की कंपनी बना दी, आइए जाने निरज सिंह की Spinny स्टार्टअप की कहानी।
निरज सिंह Biography ( Spinny )
निरज सिंह पढ़ाई में बहुत अच्छे हैं, इसी कारण निरज सिंह दो बार IIT की परीक्षा पास कर चुके हैं। निरज सिंह झारखंड के रहने वाले हैं, अपनी स्कूल लाइफ से IIT की परीक्षा तक उन्होंने कभी भी विफलता का सामना नहीं किया था। उसी दौरान उन्हें अचानक से एक बहुत बड़े झटके का सामना करना पड़ा, साल 2014 तक आते आते उन्हें अपने दो स्टार्टअप्स में बुरी असफलता मिली, लेकिन फिर भी निरज ने हार नहीं मानी और उनके पिताजी ने इस दौरान उनका पूरा सहयोग किया था। उनके पिता की मृत्यु के बाद उन्हें अपनी ज़िन्दगी चलाने के लिए कोई न कोई काम करना था, इसलिए वह फिर से एक नए बिज़नेस की तलाश में जुट गए। इसी दौरान निरज के मन में एक ख्याल आया कि एक कार ख़रीदना सभी का सपना होता है, लेकिन सभी की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं होती कि वह एक नई कार ख़रीद सके, इसलिए उन्होंने साल 2015 में Spinny नाम की कंपनी को जन्म दिया जिसमें लोग सेकंड हैंड कार बिना किसी डर के ख़रीद सकते थे। जानिए कैसे काम करती है Spinny
सेकंड हैंड कार में भी नए जैसा अनुभव
नीरज सिंह का Spinny खोलने का मकसद यह था कि लोग पुरानी कार लेते समय भी नए जैसा अनुभव कर पाएं, इसलिए Spinny में किसी भी तरह का स्कैम या डर नहीं था क्योंकि इसमें वेरीफाई की गई कारें ही खरीदी और बेची जाती थीं और कस्टमर को एक नई कार जैसा अनुभव होता था। इसके बाद, 2016 तक Spinny 14 करोड़ रुपए तक की 350 कारें बेच चुकी थीं, जो कि 1 साल में बहुत बड़ी बात थी। Spinny की शुरुआती सफलता को देखते हुए Bloom Ventures ने इसमें 7 करोड़ रुपए का निवेश किया। इसके बाद Spinny ने दिल्ली NCR और बेंगलुरु में कामकाज शुरू किया।
क्यूँ हुआ, Spinny कामयाब ?
Spinny की सफलता का राज यह था कि अगर कोई भी कस्टमर कोई भी गाड़ी खरीदता और उसमें कोई दिक्कत होती तो 5 दिनों की मनी बैक गारंटी और सेकंड हैंड कार पर 1 साल की वारंटी दी जाती थी जिससे कस्टमर्स का Spinny पर ट्रस्ट बढ़ा और देखते ही देखते 2017 में Spinny ने 900 गाड़ियाँ बेची।लेकिन थोड़े समय बाद ऐसा समय आया कि स्पिनी 6.3 करोड़ रुपए के नुकसान में चली गई और कंपनी का सारा फंड ख़त्म हो चुका था। इसी समय, CarDekho जैसी कंपनियाँ 450 करोड़ रुपए जुटा चुकी थीं। इसके बाद, नीरज ने सेकंड हैंड कार बाजार में सर्वाइव करने के लिए फुल स्टैक मॉडल डेवेलप करने का फैसला किया।लेकिन तब तक 75 स्टाफ की सैलरी की समस्या आ गई, नीरज के पास सारा फंड ख़त्म हो चुका था, इसीलिए उन्होंने अपने घर तक को गिरवी रख दिया था। बाद में, साल 2018 में कारों की सेल्स गिरकर आधी रह गई और उस समय Spinny सिर्फ 480 कारें ही बेच पाईं, लेकिन इसके बाद 2020 में आकर कंपनी ने खूब तरक्की की और इस साल Spinny ने 3750 कारें बेच दी थीं और 270 रुपए का फंड जुटाया था। इसके बाद Spinny ने 5 शहरों में कारोबार शुरू कर दिया, लेकिन समस्या की बात यह थी कि इस समय Cars24 जैसी कंपनियाँ देश में 130 शहरों में मौजूद थीं और 8000 करोड़ रुपए का कारोबार कर रही थीं।
लक्ज़री कारों ने दिया बड़ा मुनाफ़ा।
नीरज जानते थे कि बजट कार में वह इतना पैसा नहीं कमा सकते थे जितना लक्ज़री कार में कमा सकते थे, इसी लिए उन्होंने Spinny का मार्जिन बढ़ाने के लिए नीरज ने लक्ज़री कार सेगमेंट में एंट्री की, साल 2021 में नीरज की यह स्कीम रफ्तार पकड़ चुकी थी। उन्हें लक्ज़री कार से काफी मुनाफा होने लगा, कंपनी ने 2021 में 7200 कारें बेच दी थीं। कोरोना काल का Spinny पर कोई भी बुरा प्रभाव नहीं पड़ा क्योंकि उस समय तक Spinny ने होम डिलिवरी और कॉन्टैक्टलेस खरीददारी सिस्टम शुरू कर दिया था और इसी समय Spinny ने टाइगर ग्लोबल और जनरल कैटलिस्ट जैसी निवेश फर्म से 1200 करोड़ रुपए जुटाए थे। इसके बाद स्पिनी ने 8 नए शहरों में 15 कार हब की मदद से काम करना शुरू किया। 7 नवम्बर 2021 तक स्पिनी ने 20,000 कारें बेच डालीं और 2000 करोड़ रुपए कमा लिए थे। आज नीरज सिंह की स्पिनी का revenue 3000 करोड़ रुपए है और valuation 15000 करोड़ रुपए हो चुका है। पिछले साल स्पिनी ने 66564 कारें बेचीं और देश के 15 शहरों में 36 कार हब हो चुके थे। नीरज सिंह की यह कहानी हमें बताती है कि अगर इंसान में कुछ कर गुजरने की इच्छा होती है तो लाख मुश्किलों के बाद भी क़ामयाबी उससे दूर नहीं भाग सकती।
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