Zee and Sony Merger: बाजार में बिकवाली के बीच, जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेस लिमिटेड (ZEE) के शेयर में गुरुवार को तेजी देखने को मिली। कारोबार के दौरान शेयर 7 प्रतिशत से अधिक बढ़ गए और मूल्य 263.90 रुपये पर पहुंच गया। इस शेयर ने 12 दिसंबर 2023 को 299.50 रुपये के 52-हफ्ते के उच्च स्तर को छू लिया। इस बीच, घरेलू ब्रोकरेज आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने इस शेयर के लिए 280 रुपये का लक्ष्य तय किया है। ब्रोकरेज ने इस शेयर को खरीदने की सलाह दी है।
Zee and Sony Merger: गुरुवार को शेयर में तेजी की वजह
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोनी ग्रुप के कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और ZEE, दोनों के बीच विलय को पूरा करने की चर्चा चल रही है। ZEE के सीईओ पुनीत गोयनका ने विलय वाली कंपनी के पद को स्वीकार नहीं करने की पेशकश की है। बता दें कि यह विलय एक बड़ा प्रस्ताव बना हुआ था। ET Now की एक रिपोर्ट के अनुसार, जहां ZEE चाहता था कि गोयनका सीईओ की भूमिका निभाएं, वहीं सोनी इंडिया के सीईओ एनपी सिंह को विलय वाली इकाई का सीईओ बनाना चाहती थी। ZEE एनपी सिंह को विलय वाली इकाई का CEO बनाने पर सहमत नहीं है।
Zee and Sony Merger: 20 जनवरी तक विलय हो सकता है।
पहले ऐसी खबरें थीं कि अगर 20 जनवरी तक दोनों मीडिया फर्मों के बीच विलय विफल हो जाता है, तो ZEE कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट के खिलाफ हर्जाने का दावा करते हुए मुकदमा दायर कर सकता है। बता दें कि 2021 में ZEE और तत्कालीन सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के बीच मेगा विलय डील पर हस्ताक्षर किए गए थे। हालांकि, ZEE ने बाद में बंग्ला एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (BEPL) और कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट को समाप्त करने के लिए डेडलाइन बढ़ाने की अपील की। इसके बाद खबर आई कि सोनी देरी के कारण प्रस्तावित विलय को रद्द करना चाह रही है।
Zee and Sony Merger: सोनी और ज़ी का मर्ज़र होगा या नहीं?
ZEE और SONY का विलय होगा या नहीं, इस पर आज बड़ा निर्णय हो सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, सोनी ग्रुप कॉरपोरेशन ने आज बोर्ड की मीटिंग बुलाई है। इसी मीटिंग में तय होगा कि क्या यह 10 बिलियन डॉलर का मर्जर होगा या नहीं। इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, आज दो मीटिंगें होंगी। रिपोर्ट के अनुसार, सोनी इस डील से बाहर हो सकता है अगर जी के एमडी और चीफ एक्जक्यूटिव मर्जर की शर्तों पर सहमत नहीं होते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि गुरुवार को जी मीडिया और सोनी ग्रुप के बीच एक मीटिंग हुई जिसमें विलय को पूरा करने की चर्चा की गई। साथ ही, पुनीत गोयनका ने मर्जर के बनने वाली कंपनी के चीफ एक्जक्यूटिव पद को छोड़ने की बात कही है।
इस मर्ज़र का मकसद क्या है?
सोनी और जी विश्व मीडिया में अपनी स्थिति को मजबूत बनाना चाह रहा है, जिससे नेटफ्लिक्स, अमेज़न, और रिलायंस जैसी दिग्गज कंपनियों के साथ मुकाबला किया जा सके। बता दें, सोनी ग्रुप ने किसी भी प्रकार के टेक-ओवर को कोई विचार नहीं बनाया है।
अगर मर्ज़र नहीं हुआ तो?
अगर 20 जनवरी तक यह विलय नहीं हुआ तो जी मीडिया की तरफ से सुचारू किया जा सकता है। कंपनी सोनी पर नुकसान पहुंचाने के आरोप के आधार पर केस किया जा सकता है। हालांकि, यह स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। बता दें, अगर यह विलय ऐसे समय में विफल रहता है तो जी मीडिया को भारी नुकसान होगा।
अगर विलय हुआ तो साझेदारी कैसी होगी?
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के पास 50.86 प्रतिशत हिस्सा हो सकता है, जबकि गोयनका परिवार के पास 3.99 प्रतिशत हिस्सा हो सकता है। यह 2021 के एग्रीमेंट के अनुसार है। बता दें, इस प्रस्तावित विलय की मंजूरी जरूरी संस्थानों से मिल सकती है।
नोट: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है। यह निवेश की सलाह नहीं है। निवेश से पहले अपनी सूझबूझ का इस्तेमाल करें।
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